School Winter Holiday: शिक्षा निदेशालय ने निजी स्कूलों द्वारा शीतकालीन अवकाश के नियमों की अनदेखी पर सख्त कदम उठाने का निर्णय लिया है. इस बार अवकाश के दौरान स्कूल खुला पाए जाने पर न केवल स्कूल संचालकों पर बल्कि संबंधित क्षेत्र के शिक्षा अधिकारियों पर भी कार्रवाई (Education Department action on winter vacation rules) की जाएगी.
आदेश की अनदेखी करने वालों पर होगी कार्रवाई
शुक्रवार को कार्यवाहक माध्यमिक शिक्षा निदेशक और प्रारंभिक शिक्षा निदेशक सीताराम जाट (Directorate strict orders on vacation violations) ने स्पष्ट किया कि अवकाश की अवधि में स्कूल खोलने वालों पर कड़ी नजर रखी जाएगी. यदि किसी स्कूल द्वारा नियमों का उल्लंघन किया गया तो शिक्षा अधिकारियों को भी जिम्मेदार ठहराया जाएगा.
निजी स्कूलों पर होगी कड़ी नजर
मुख्य जिला शिक्षा अधिकारियों और ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों (Monitoring private schools during vacations) को निर्देश दिए गए हैं कि वे निजी स्कूलों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखें. शिकायत मिलने पर तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा गया है.
क्षेत्रीय अधिकारियों के खिलाफ भी होगी कार्रवाई
शीतकालीन अवकाश (Winter vacation rules enforcement) के दौरान यदि किसी क्षेत्र में स्कूल खुले पाए गए तो संबंधित जिला शिक्षा अधिकारी के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी. यह कदम सुनिश्चित करेगा कि सभी अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से निभाएं.
शीतकालीन अवकाश 25 दिसंबर से 5 जनवरी तक
शिक्षा निदेशालय ने 25 दिसंबर से 5 जनवरी तक (Winter vacation dates in schools) शीतकालीन अवकाश घोषित किया है. इस दौरान सर्दी अधिक होने के कारण बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्कूल बंद रखने के आदेश दिए गए हैं.
बच्चों की सुरक्षा है प्राथमिकता
सर्दियों के मौसम में बढ़ती ठंड (Ensuring student safety during winter) को देखते हुए शिक्षा निदेशालय ने अवकाश घोषित किया है. यह कदम बच्चों की सेहत और सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए उठाया गया है.
निजी स्कूलों की मनमानी पर रोक जरूरी
निजी स्कूलों (Controlling private school rule violations) की मनमानी पर रोक लगाना जरूरी है. बार-बार अवकाश नियमों की अनदेखी से बच्चों और अभिभावकों को परेशानी होती है. शिक्षा निदेशालय का यह कदम मनमानी पर रोक लगाने में मदद करेगा.
सख्त कार्रवाई का उद्देश्य
यह निर्णय (Objective of strict action on rule breakers) शिक्षा प्रणाली में अनुशासन और नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है. शिक्षा निदेशालय का उद्देश्य सभी स्कूलों को एक समान नियमों के दायरे में लाना है.