Shubh Muhurat For Marriage: साल 2025 में विवाह और अन्य मांगलिक कार्यों (Shubh Muhurat for Marriage and Auspicious Ceremonies 2025) के लिए कुल 50 शुभ मुहूर्त निर्धारित किए गए हैं. 14 जनवरी को मकर संक्रांति के साथ शुभ कार्यों की शुरुआत होगी. इस बार जनवरी, फरवरी, मार्च, अप्रैल, मई, जून, अक्टूबर और नवंबर में शुभ तिथियां उपलब्ध हैं.
मकर संक्रांति से होगी शुभ कार्यों की शुरुआत
मकर संक्रांति (Makar Sankranti 2025 Muhurat for Auspicious Ceremonies) के दिन से खरमास समाप्त हो जाएगा और शुभ कार्य शुरू हो जाएंगे. 14 जनवरी से विवाह, सगाई, मुंडन और अन्य धार्मिक कार्य किए जा सकेंगे. खरमास का अर्थ ज्योतिष शास्त्र में सूर्य के धनु और मीन राशि में गोचर से होता है, जो 14 जनवरी तक समाप्त होगा.
2025 में विवाह के शुभ मुहूर्त
इस साल विवाह और अन्य मांगलिक कार्यों (Auspicious Dates for Marriage 2025) के लिए निम्नलिखित तिथियां शुभ मानी गई हैं:
- जनवरी: 14, 15, 16
- फरवरी: 2, 3, 6, 7, 8, 13, 20, 21, 25
- मार्च: 3, 5, 6, 7
- अप्रैल: 14, 16, 18, 19, 20, 21, 22, 29, 30
- मई: 1, 5, 6, 7, 8, 10, 13, 17, 18, 19, 24, 28
- जून: 1, 2, 4, 7
- अक्टूबर: 2
- नवंबर: 22, 23, 24, 25, 27, 29, 30
- दिसंबर: 4, 5, 6
मार्च से अप्रैल और चातुर्मास में विराम
14 मार्च से 13 अप्रैल तक खरमास (Kharmas Period for 2025) रहेगा. जिसमें विवाह और अन्य शुभ कार्य नहीं किए जाएंगे. इसके अलावा 6 जुलाई से 1 नवंबर तक चातुर्मास के कारण शुभ कार्यों पर विराम रहेगा सिवाय अबूझ मुहूर्त के.
देहरादून में वेडिंग सीजन की तैयारी
देहरादून में वेडिंग प्वाइंट्स और होटलों (Wedding Season Preparation in Dehradun 2025) में शादी की तैयारियां जोरों पर हैं. शहर में लगभग 150 छोटे और 75 बड़े होटल हैं, जिनमें अधिकतर की बुकिंग पहले ही फुल हो चुकी है. दून वैली होटल एसोसिएशन के अनुसार मकर संक्रांति और बसंत पंचमी के लिए भी होटलों में एडवांस बुकिंग हो चुकी है.
व्यापारियों के लिए खुशी की खबर
विवाह और मांगलिक कार्यों (Impact of Wedding Season on Local Businesses) से जुड़े व्यवसायों जैसे डेकोरेशन, फूल, कैटरिंग, ज्वेलरी, बैंड पार्टी, और पार्लर के लिए यह सीजन लाभदायक साबित हो रहा है. ज्वेलर्स ने भी मकर संक्रांति को ध्यान में रखते हुए एडवांस बुकिंग शुरू कर दी है.
विवाह तिथियों पर ज्योतिषीय महत्व
उत्तराखंड विद्वत सभा के अध्यक्ष आचार्य विजेंद्र प्रसाद ममगाईं के अनुसार उत्तरायण (Significance of Uttarayan for Auspicious Ceremonies) देवताओं का दिन माना जाता है. 14 जनवरी से विवाह, सगाई और अन्य मांगलिक कार्य शुरू हो जाते हैं.
फूल और डेकोरेशन की मांग में वृद्धि
शादी के सीजन (Increased Demand for Wedding Decorations) के साथ फूल और डेकोरेशन व्यवसायों में भी तेजी देखी जा रही है. स्थानीय फूल विक्रेताओं ने बताया कि बुकिंग पहले ही फुल हो चुकी हैं और मकर संक्रांति के बाद मांग और बढ़ने की उम्मीद है.
ज्वेलरी बुकिंग में उछाल
सोना और चांदी (Jewelry Demand During Wedding Season) के बढ़ते दामों के बावजूद लोग एडवांस बुकिंग कर रहे हैं. ज्वेलर्स ने बताया कि लोग शुभ कार्यों के लिए सोने और चांदी की खरीदारी में रुचि दिखा रहे हैं.