3 जनवरी को सोने की कीमतों में भारी गिरावट, खरीदारी करने वालों सही मौका Gold Silver Price

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Gold Silver Price : नए साल 2025 के तीसरे दिन ही सोने की कीमतों में ज़बरदस्त बढ़ोतरी देखने को मिली है. शुक्रवार 3 जनवरी को 10 ग्राम 22 कैरेट सोने का भाव 300 रुपये और 24 कैरेट सोने का भाव 330 रुपये बढ़कर क्रमशः 71,900 रुपये और 78,400 रुपये हो गया. देश के अधिकांश शहरों में सोने की कीमतें इसी आसपास कारोबार कर रही हैं.

सोने की कीमतों में तेजी क्यों?

वहीं चांदी की कीमतें इस दौरान स्थिर रहीं. एक किलोग्राम चांदी अभी भी 90,500 रुपये के भाव पर कारोबार कर रही है. हालांकि सोने की कीमतों में आई तेजी ने निवेशकों के बीच चर्चा का विषय बना दिया है. विशेषज्ञों का मानना है कि इसके पीछे कई आर्थिक कारण हो सकते हैं जिनमें अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में कीमती धातुओं की कीमतों में बढ़त और भारतीय बाजार में निवेशकों की डिमांड प्रमुख हैं.

दिल्ली बुलियन मार्केट में भी दिखी सोने की चमक

दिल्ली के लोकल बुलियन मार्केट में भी सोने और चांदी की कीमतों में बढ़ोतरी दर्ज की गई. गुरुवार को सोने की कीमत 330 रुपये बढ़कर 79,720 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई, जबकि चांदी की कीमत 130 रुपये बढ़कर 90,630 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई.

विश्व बाजार में सोने की मजबूती के पीछे के कारण

विश्व बाजार में सोने की मजबूती का मुख्य कारण रुपये की कमजोरी और अंतरराष्ट्रीय बाजार में मजबूती है. इसके अलावा कॉमेक्स बाजार में सोना 2,640 डॉलर प्रति औंस से ऊपर कारोबार कर रहा है. बाजार विश्लेषकों की नजर अब अमेरिका से आने वाले बेरोजगारी और पीएमआई जैसे वृहद आर्थिक आंकड़ों पर है, जो सर्राफा बाजार में अस्थिरता ला सकते हैं.

देशभर में सोने की कीमतें

देश के विभिन्न शहरों में सोने की कीमतें इस प्रकार हैं: दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, जयपुर, गुड़गांव, और लखनऊ में 22 कैरेट सोने का भाव 71,950 रुपये और 24 कैरेट सोने का भाव 78,480 रुपये है. मुंबई, कोलकाता, बेंगलुरु और भुवनेश्वर में 71,800 रुपये (22 कैरेट) और 78,330 रुपये (24 कैरेट) है. पटना और अहमदाबाद में 22 कैरेट सोने का भाव 71,850 रुपये और 24 कैरेट का 78,380 रुपये है.

क्यों तय होती है सोने की कीमत

सोने की कीमतें तय करने में अनेक तत्वों का योगदान होता है. इसमें स्थानीय बाजार की डिमांड, अमेरिका की आर्थिक स्थिति, फेडरल रिजर्व की ब्याज दरें, और अंतर्राष्ट्रीय बाजार के प्रभाव शामिल है. इन सभी कारकों के चलते सोने के दामों में आगे भी उतार-चढ़ाव आने की संभावना है.

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