School Holiday: हरियाणा सरकार ने बढ़ती ठंड को देखते हुए राज्य के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में शीतकालीन अवकाश की घोषणा कर दी है. यह फैसला राज्य के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा के हालिया बयान के बाद लिया गया है. इस घोषणा से लाखों विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों को राहत मिली है. आइए इस खबर के हर पहलू को विस्तार से जानते हैं.
1 जनवरी 2025 से शुरू होंगे 15 दिन के अवकाश
शिक्षा विभाग द्वारा जारी आधिकारिक पत्र के अनुसार हरियाणा के सभी स्कूलों में 1 जनवरी 2025 से 15 जनवरी 2025 तक शीतकालीन अवकाश रहेगा. यह अवकाश सरकारी और प्राइवेट दोनों प्रकार के स्कूलों पर लागू होगा.
यह फैसला बच्चों की सुरक्षा और सेहत को ध्यान में रखते हुए लिया गया है. क्योंकि सर्दी के इस मौसम में ठंड से होने वाली बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है.
16 जनवरी 2025 से दोबारा खुलेंगे स्कूल
छुट्टियों के बाद 16 जनवरी 2025 (वीरवार) से स्कूल फिर से सामान्य रूप से खुलेंगे. शिक्षा विभाग ने सभी स्कूल प्रबंधनों को इस आदेश का पालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है.
हालांकि 10वीं और 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए कुछ विशेष प्रावधान रखे गए हैं. बोर्ड परीक्षाओं को ध्यान में रखते हुए। इन कक्षाओं के विद्यार्थियों को प्रैक्टिकल परीक्षाओं के लिए स्कूल बुलाया जा सकता है.
शीतकालीन अवकाश का उद्देश्य
शीतकालीन अवकाश का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को ठंड के मौसम में स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से बचाना है. दिसंबर और जनवरी के महीनों में उत्तर भारत में ठंड का असर चरम पर होता है.
- ठंड से बचाव: बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करना.
- स्वास्थ्य को प्राथमिकता: सर्दी के मौसम में बीमारियों से बचने का मौका.
- आराम और पढ़ाई का संतुलन: अवकाश के दौरान विद्यार्थी घर से आराम से पढ़ाई कर सकते हैं.
बोर्ड परीक्षाओं की तैयारियों पर असर नहीं
शीतकालीन अवकाश के बावजूद शिक्षा विभाग ने यह सुनिश्चित किया है कि बोर्ड परीक्षाओं की तैयारियों पर कोई असर न पड़े.
- प्रैक्टिकल परीक्षाओं के लिए बुलावा: सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड के नियमों के अनुसार 10वीं और 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को प्रैक्टिकल के लिए स्कूल बुलाया जा सकता है.
- ऑनलाइन या व्यक्तिगत निर्देश: जरूरत पड़ने पर, विद्यार्थियों को घर पर पढ़ाई के लिए निर्देश दिए जा सकते हैं.
शिक्षा विभाग का आदेश
शिक्षा विभाग के सहायक निदेशक द्वारा जारी पत्र में सभी जिला शिक्षा अधिकारियों, खंड शिक्षा अधिकारियों और स्कूल प्रबंधकों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है कि यह आदेश सही तरीके से लागू हो.
आदेश के मुख्य बिंदु:
- सभी स्कूल 1 जनवरी से 15 जनवरी तक बंद रहेंगे.
- स्कूल प्रबंधन को यह सुनिश्चित करना होगा कि छुट्टियों के दौरान किसी भी प्रकार की गतिविधि न हो.
- बोर्ड परीक्षाओं से संबंधित गतिविधियों को शेड्यूल के अनुसार पूरा किया जाएगा.
विद्यार्थियों और अभिभावकों की प्रतिक्रिया
छुट्टियों की घोषणा ने विद्यार्थियों और अभिभावकों को राहत दी है. अभिभावकों का मानना है कि यह कदम ठंड के मौसम में बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए लिया गया है.
विद्यार्थियों की राय:
- आराम का मौका: “अब हम ठंड के मौसम में आराम से पढ़ाई कर पाएंगे.”
- तैयारी का समय: “छुट्टियों के दौरान हम बोर्ड परीक्षाओं की बेहतर तैयारी कर सकते हैं.”
अभिभावकों की राय:
- “यह फैसला सही समय पर लिया गया है. बच्चों की सुरक्षा और सेहत सबसे जरूरी है.”
छुट्टियों का सदुपयोग कैसे करें?
छुट्टियां केवल आराम करने का समय नहीं होतीं, बल्कि यह पढ़ाई और अन्य गतिविधियों के लिए भी उपयुक्त समय है.
- बोर्ड परीक्षा की तैयारी: 10वीं और 12वीं के विद्यार्थी छुट्टियों का उपयोग पढ़ाई के लिए कर सकते हैं.
- हॉबी और स्किल डेवलपमेंट: बच्चे अपनी रुचि के अनुसार नई चीजें सीख सकते हैं.
- परिवार के साथ समय बिताएं: छुट्टियां परिवार के साथ समय बिताने का मौका देती हैं.
हरियाणा सरकार की सराहनीय पहल
शीतकालीन अवकाश की यह घोषणा सरकार की संवेदनशीलता और विद्यार्थियों के प्रति उसकी जिम्मेदारी को दर्शाती है. यह फैसला ठंड के मौसम में एक जरूरी कदम है, जो बच्चों की सेहत और पढ़ाई दोनों को ध्यान में रखता है.