UPI Apps Rule: नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने UPI ऐप्स जैसे Gpay, Paytm, PhonePe और BharatPe (popular upi apps in india) को निर्देश दिए हैं कि वे ऐसे सभी अकाउंट्स को बंद करें, जो पिछले 12 महीनों से इनएक्टिव हैं. यह कदम UPI सिस्टम की सुरक्षा और विश्वसनीयता (security of upi system) को बढ़ाने के उद्देश्य से उठाया गया है.
TRAI के आदेश का असर
TRAI के निर्देशों के अनुसार टेलीकॉम कंपनियां डीएक्टिवेटेड सिम कार्ड (deactivated sim cards in india) को 90 दिनों बाद नए यूजर को जारी कर सकती हैं. इससे उन नंबरों से जुड़े बैंक अकाउंट्स और UPI IDs को लेकर सुरक्षा चिंता बढ़ गई है.
UPI सुरक्षा को लेकर NPCI का कदम
NPCI ने यह सुनिश्चित करने के लिए UPI ऐप्स को निर्देश दिए हैं कि जिन यूजर्स ने पिछले एक साल से कोई वित्तीय या गैर-वित्तीय लेनदेन नहीं किया है. उनके अकाउंट्स को UPI मैपर से हटा दिया जाए.
ग्राहकों के लिए UPI ID को फिर से रजिस्टर करने की प्रक्रिया
इनवर्ड क्रेडिट लेनदेन को फिर से शुरू करने के लिए ग्राहकों को अपने UPI ऐप्स पर पुनः रजिस्ट्रेशन (reactivate upi id on apps) करना होगा.
- UPI ऐप्स पर लॉग इन करें.
- अपने बैंक अकाउंट को फिर से लिंक करें.
- नई UPI ID बनाएं और भुगतान सेवाओं का उपयोग शुरू करें.
UPI उपयोगकर्ताओं के लिए NPCI की सलाह
- सुनिश्चित करें कि आपका रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर सक्रिय है.
- अपने बैंक अकाउंट से जुड़े नंबर को समय-समय पर अपडेट करें.
- नियमित रूप से UPI लेनदेन करें ताकि अकाउंट इनएक्टिव न हो.
UPI ऐप्स की सुरक्षा और ग्राहकों की जिम्मेदारी
NPCI का यह कदम UPI सिस्टम में संभावित धोखाधड़ी (prevent upi frauds in india) को रोकने के लिए उठाया गया है. यह ग्राहकों की जिम्मेदारी है कि वे अपने बैंकिंग विवरण को अपडेट रखें और किसी भी संभावित जोखिम से बचाव करें.
UPI के फायदे और सुरक्षा उपाय
UPI एक तेज़ और सुरक्षित भुगतान प्रणाली है.
- नियमित पासवर्ड बदलें.
- अज्ञात लिंक पर क्लिक करने से बचें.
- संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत बैंक को दें.