School Holidays Extended: मध्यप्रदेश के आगर और रतलाम जिले में कलेक्टर ने शीतऋतु और तापमान में आई अत्यधिक गिरावट को ध्यान में रखते हुए कक्षा नर्सरी से आठवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिए 17 और 18 जनवरी 2025 को अवकाश घोषित किया है. यह कदम विद्यार्थियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को प्राथमिकता देने के उद्देश्य से लिया गया है.
शासन ने यह निर्णय छात्रों के ठंड से प्रभावित होने के खतरे को देखते हुए लिया है, ताकि वे सर्दी से बच सकें. कलेक्टर ने इस आदेश को तत्काल प्रभाव से लागू करने का निर्देश दिया है.
मौसम बिगड़ने की संभावना, ग्वालियर-चंबल में बारिश का अलर्ट
मध्यप्रदेश में सर्द हवाओं के प्रभाव के साथ ही मौसम में बिगाड़ की संभावना जताई जा रही है. खासकर ग्वालियर-चंबल संभाग में बारिश का सिलसिला देखने को मिल सकता है. इसके अलावा, सागर संभाग में भी मौसम के बिगड़ने की आशंका है.
इस मौसम परिवर्तन के कारण ठंड और बारिश का असर बढ़ सकता है जिससे अधिक ठंड के चलते स्कूलों में और भी अधिक बंदी हो सकती है. इससे पहले भी मध्यप्रदेश में इस समय में सर्दी और बर्फबारी के कारण कई जगहों पर तापमान गिर चुका है.
आगरा में कलेक्टर ने विद्यार्थियों के लिए अवकाश घोषित
आगर जिले में कलेक्टर राघवेन्द्र सिंह ने शीतऋतु के कारण तापमान में आई गिरावट को देखते हुए कक्षा नर्सरी से आठवीं कक्षा तक सभी शैक्षणिक संस्थाओं में 17 और 18 जनवरी 2025 को अवकाश घोषित किया है. इस आदेश के मुताबिक, स्कूलों में शिक्षकों को उपस्थित रहकर विद्यालयीन कार्यों को जारी रखने का निर्देश दिया गया है, जबकि परीक्षाएँ पहले की तरह चलती रहेंगी.
यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू किया गया है, और इसके अनुसार स्कूलों में विद्यार्थियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए छुट्टियाँ दी गई हैं.
सर्द हवाओं और बर्फबारी से ठंड में बढ़ोतरी
मध्यप्रदेश में एक बार फिर सर्द हवाओं की रफ्तार तेज हो गई है, जिसका मुख्य कारण पहाड़ी इलाकों में हो रही बर्फबारी है. उत्तराखंड और आसपास के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी का सिलसिला लगातार जारी है, और इसका असर अब मध्यप्रदेश के मैदानी इलाकों में भी देखने को मिल रहा है.
यह ठंड, विशेष रूप से पहाड़ी इलाकों से आने वाली सर्द हवाओं के कारण बढ़ रही है, जिससे मध्यप्रदेश के तापमान में और गिरावट हो रही है.
बर्फबारी का असर, मध्यप्रदेश में बढ़ेगी ठंड
उत्तराखंड समेत अन्य पहाड़ी इलाकों में हो रही भारी बर्फबारी का असर अब मध्यप्रदेश में भी महसूस किया जा सकता है. बर्फबारी के कारण ठंडी हवाएँ मध्यप्रदेश की ओर बढ़ रही हैं, जो राज्य के तापमान को और गिरा सकती हैं.
यह बर्फबारी पहाड़ी इलाकों से होकर मध्यप्रदेश के मैदानी इलाकों तक पहुंच रही है, जिससे ठंड में और वृद्धि होने की संभावना है. इस समय सर्दी का यह असर ज्यादा बढ़ सकता है, जिससे स्थानीय निवासियों और विद्यार्थियों को राहत देने के लिए अधिक अवकाश की आवश्यकता हो सकती है.