New School Timeing: पंजाब में कड़ाके की ठंड और घने कोहरे के चलते लोग परेशान हैं. खासकर बच्चों को सुबह स्कूल जाने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है. ठंड के कारण सुबह-सुबह का तापमान काफी गिर गया है जिससे छोटे बच्चों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का खतरा बढ़ रहा है.
पंजाब चाइल्ड राइट कमीशन ने लिखा पत्र
पंजाब चाइल्ड राइट कमीशन ने राज्य सरकार को पत्र लिखकर सुझाव दिया है कि स्कूलों के समय में बदलाव किया जाए. पत्र में यह साफ तौर पर कहा गया है कि घने कोहरे (dense fog problems in Punjab) और सर्द हवाओं को देखते हुए स्कूल सुबह 10 बजे के बाद ही खोले जाएं. इसके पीछे कारण यह भी बताया गया है कि ठंड और कोहरे के कारण स्कूल वाहन दुर्घटनाओं (school transport accidents due to fog) की घटनाएं बढ़ रही हैं.
31 जनवरी तक स्कूलों का समय बदलने का प्रस्ताव
पंजाब चाइल्ड राइट कमीशन ने सिफारिश की है कि 31 जनवरी तक सभी सरकारी और निजी स्कूलों के समय को सुबह 10 बजे के बाद कर दिया जाए. इस कदम से न केवल बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी बल्कि स्वास्थ्य (health safety for school children) से जुड़ी समस्याओं से भी बचाव होगा. बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए इस प्रस्ताव को सरकार के पास भेजा गया है.
स्कूल शिक्षा विभाग ने अब तक नहीं लिया कोई निर्णय
पंजाब स्कूल शिक्षा विभाग ने अभी तक इस संबंध में कोई आधिकारिक सूचना जारी नहीं की है. ठंड के बावजूद स्कूल सामान्य समय (regular school timing despite cold) के अनुसार ही खुल रहे हैं. इससे बच्चों और उनके अभिभावकों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
ठंड और कोहरे का बढ़ता असर
पंजाब में पिछले कुछ दिनों से ठंड लगातार बढ़ रही है. घने कोहरे (impact of dense fog on daily life) के कारण सुबह के समय दृश्यता बेहद कम हो जाती है, जिससे सड़क पर हादसे (road accidents due to low visibility) होने की संभावना बढ़ जाती है. बच्चों के स्कूल वाहन भी इस खतरे से अछूते नहीं हैं.
बच्चों और अभिभावकों की समस्याएं
अभिभावकों का कहना है कि इतनी ठंड में बच्चों को स्कूल भेजना स्वास्थ्य और सुरक्षा (child safety during extreme weather) के लिहाज से सही नहीं है. बच्चे सुबह के समय तेज ठंड में बीमार हो सकते हैं, जिससे उनकी पढ़ाई पर भी नकारात्मक असर पड़ सकता है.
सरकारी और निजी स्कूलों के समय में बदलाव की मांग
अभिभावकों और सामाजिक संगठनों की ओर से भी सरकार से मांग की जा रही है कि स्कूलों के समय में बदलाव (change in school timings in Punjab) किया जाए. कई राज्यों ने पहले ही ठंड को देखते हुए स्कूल समय में बदलाव कर दिया है, जिससे पंजाब में भी इस कदम की अपेक्षा की जा रही है.
बच्चों की सुरक्षा पर सरकार की जिम्मेदारी
पंजाब में ठंड के कहर को देखते हुए सरकार को बच्चों की सुरक्षा (government responsibility for child safety) को प्राथमिकता देनी चाहिए. स्कूलों के समय में बदलाव से न केवल बच्चों को राहत मिलेगी, बल्कि अभिभावकों को भी चिंता से मुक्ति मिलेगी.
सरकार का निर्णय और आगे का रास्ता
अभी सरकार की ओर से इस मुद्दे पर कोई अंतिम निर्णय (final decision on school timings) नहीं आया है. लेकिन यदि सरकार समय रहते इस पर कदम उठाती है, तो बच्चों और अभिभावकों की परेशानियां काफी हद तक कम हो सकती हैं.