Ration Card: उत्तर प्रदेश में सरकार ने ई-केवाईसी प्रक्रिया शुरू की है ताकि राशन का लाभ केवल पात्र परिवारों तक ही पहुंचे. जिला पूर्ति अधिकारी राकेश कुमार के अनुसार यह प्रक्रिया अपात्र लोगों की पहचान करने और उन्हें राशन की सूची से बाहर करने के उद्देश्य से की जा रही है. ई-केवाईसी के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सरकारी योजनाओं का लाभ वास्तविक जरूरतमंदों को ही मिले.
ई-केवाईसी कराने का अंतिम मौका
जिला प्रशासन ने बताया कि जो लोग अब तक अपनी ई-केवाईसी नहीं करा पाए हैं, उनके पास फरवरी 2025 तक का समय (Last Date for E-KYC February 2025) है. इसके बाद ई-केवाईसी न कराने वाले राशन कार्ड धारकों को राशन प्राप्त करने में कठिनाई हो सकती है. राशन वितरण में पारदर्शिता लाने और फर्जी राशन कार्ड धारकों को रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है.
पात्रता सुनिश्चित करने का उद्देश्य
ई-केवाईसी प्रक्रिया का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि राशन केवल पात्र लोगों को ही मिले. राशन कार्ड धारकों की जानकारी, जैसे परिवार के सदस्यों की संख्या उनका वर्तमान पता और उनकी स्थिति की जांच की जाएगी. इससे यह स्पष्ट होगा कि राशन कार्ड में दर्ज व्यक्ति वास्तव में जीवित हैं और पात्रता की शर्तों को पूरा करते हैं या नहीं.
8 लाख लोगों ने अभी तक नहीं कराई ई-केवाईसी
अब तक 22 लाख राशन कार्ड धारकों (22 Lakh Ration Card Holders Completed E-KYC) ने अपनी ई-केवाईसी पूरी कर ली है, लेकिन अभी भी 8 लाख लोग इस प्रक्रिया से बाहर हैं. जिला पूर्ति अधिकारी ने इन सभी से जल्द से जल्द ई-केवाईसी कराने की अपील की है. उन्होंने कहा कि समय सीमा समाप्त होने के बाद राशन कार्ड धारकों का सत्यापन किया जाएगा और फर्जी लाभार्थियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
कैसे कराएं ई-केवाईसी?
- कोटेदार के पास जाएं: ई-केवाईसी कराने के लिए अपने नजदीकी राशन डीलर (कोटेदार) के पास जाएं.
- आधार कार्ड साथ लाएं: ई-केवाईसी के लिए परिवार के सभी सदस्यों का आधार कार्ड आवश्यक है.
- ई-पॉस मशीन का उपयोग करें: ई-केवाईसी प्रक्रिया ई-पॉस मशीन (E-POS Machine for Ration Card) के जरिए पूरी की जाएगी.
- समय पर प्रक्रिया पूरी करें: समय सीमा से पहले ई-केवाईसी कराना जरूरी है, ताकि राशन वितरण में कोई बाधा न आए.
अपात्रों की पहचान और कार्रवाई
ई-केवाईसी के माध्यम से उन लोगों को चिन्हित किया जाएगा जो पात्रता की शर्तों को पूरा नहीं करते हैं. इसके बाद फर्जी राशन कार्ड धारकों को सूची से हटाया जाएगा. इससे राशन वितरण प्रणाली में पारदर्शिता आएगी और जरूरतमंद परिवारों को राशन समय पर मिलेगा.
राशन वितरण में पारदर्शिता का प्रयास
ई-केवाईसी प्रक्रिया उत्तर प्रदेश में सरकारी योजनाओं को अधिक प्रभावी और पारदर्शी बनाने का एक महत्वपूर्ण कदम है. यह प्रक्रिया यह सुनिश्चित करेगी कि अपात्र लाभार्थियों को हटाकर वास्तविक जरूरतमंदों तक राशन पहुंचे.