Winter Holidays: राजस्थान के कई जिलों में तेज सर्दी और शीतलहर को देखते हुए जिला कलक्टर ने आंगनबाड़ी केंद्रों में शीतकालीन अवकाश घोषित किया है. यह अवकाश 4 जनवरी से 15 जनवरी तक रहेगा. जिला प्रशासन ने यह कदम बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए उठाया है.
टेक होम राशन के रूप में बच्चों को मिलेगा पोषाहार
अवकाश के दौरान 3 से 6 वर्ष की आयु के बच्चों को शाला पूर्व गतिविधियों के तहत पोषाहार टेक होम राशन (Take Home Ration for Children) के रूप में दिया जाएगा. यह सुनिश्चित किया गया है कि बच्चों को पोषण की कमी न हो और उनकी नियमित आवश्यकताओं की पूर्ति हो सके.
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता केंद्रों पर रहेंगी उपस्थित
अवकाश के बावजूद, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका को केंद्रों पर उपस्थित रहने का निर्देश दिया गया है. जिला प्रशासन ने पोषण ट्रैकर और परियोजना स्तर पर व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से कार्यकर्ताओं की दैनिक उपस्थिति सुनिश्चित करने के आदेश दिए हैं.
छुट्टियों की मांग पर तुरंत फैसला
29 सितंबर को प्रकाशित एक खबर ने इस निर्णय को प्रभावित किया. खबर में बताया गया कि सरकारी और निजी स्कूलों में तेज सर्दी के चलते अवकाश घोषित किया गया था, लेकिन आंगनबाड़ी केंद्रों पर कोई निर्णय नहीं लिया गया. मीडिया रिपोर्ट के बाद राज्य सरकार ने जिला कलक्टर को छुट्टियां घोषित करने का अधिकार दिया.
महिला एवं बाल विकास विभाग का सक्रिय योगदान
महिला एवं बाल विकास विभाग के उपनिदेशक ने बताया कि जिला कलक्टर के अनुमोदन के बाद यह निर्णय लिया गया. पोषण ट्रैकर और दैनिक मॉनिटरिंग से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि बच्चों और केंद्रों पर आवश्यक व्यवस्था बनी रहे.
21 जिलों में लागू हुआ आदेश
राजस्थान के 21 जिलों में इस आदेश को लागू किया गया है. इन जिलों में बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी गई है. साथ ही, सरकारी और निजी स्कूलों में पहले से घोषित अवकाश को देखते हुए आंगनबाड़ी केंद्रों पर भी यह निर्णय लिया गया.
बच्चों की सुरक्षा और पोषण प्राथमिकता
जिला प्रशासन ने सर्दी के चलते बच्चों की सुरक्षा को लेकर यह निर्णय लिया. साथ ही, टेक होम राशन जैसी व्यवस्था से यह सुनिश्चित किया गया है कि बच्चों को पोषण में कोई कमी न हो. यह कदम बच्चों के स्वास्थ्य और शिक्षा दोनों को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है.
शीतलहर के बीच राहत की व्यवस्था
राज्य सरकार का यह निर्णय बच्चों और उनके अभिभावकों के लिए राहत लेकर आया है. तेज सर्दी के कारण बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को लेकर उठाए गए इस कदम की सराहना हो रही है.